तुम्हारे
जाने के बाद
मैंने
आंख बंद कर
इक्कठी की
हमारी सारी
जीवन पर्यंत साथ
रहने की बातें
फिर इतिहास में
ढूंढा सब
प्रेमियों को
जो
अंतिम क्षण
तक
प्रेम में जीने
की बातें
कह चुके थे
समन भेजा
फिर
शक्सपेर के
रोमियो जूलिएट
मजनू, लैला,
हीर रांझा
सोहनी महिवाल
और बाकी
किरदारों को
उनके
बयान लिए और
दर्ज की
उनकी प्रेम की
कसमें
गवाही
के तौर पे
फिर इन सब को
जोड़ कर मैंने
"शाश्वत प्रेम"
नामक एक
ग्रंथ लिखा
और उसके पहले
पन्ने पे गढ़ दिए
ये शब्द
"काल्पनिक हैं
इस किताब के सभी पात्र
और उनकी बातें
जिनका वास्तविकता
से कोई संबध नही।".
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