- जीवन के बेहद
- सुखद अनुभवों
में शामिल है
मुट्ठी खोल देना
हाथ छोड़ देना
बेघर हो जाना
अपना लिखा
मिटा देना
मुड़ जाना
किसी भी गली में
रुक जाना
किसी भी मोड़ पे
हर शहर अपना है
और
हर घर पराया
हर रास्ता
हर गली
हर मोड़
वहीं जाता है
जहाँ जाना है
कहीं भी
या
कहीं भी नहीं।